मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में अल्जमीया-तुस-सैफियाह अरबी अकादमी के मुंबई परिसर का उद्घाटन कर दिया है। अल्जामिया-तुस-सैफियाह, दाऊदी बोहरा समुदाय का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है। सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के मार्गदर्शन में, संस्थान समुदाय की ज्ञान-प्राप्ति की परंपराओं और साहित्यिक संस्कृति की रक्षा के लिए काम कर रहा है। इस दौरान वहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे।
“ना मैं यहां प्रधानमंत्री हूं ना मुख्यमंत्री”
बोहरा समाज को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपके परिवार का सदस्य हूं, ना मैं यहां प्रधानमंत्री हूं ना मुख्यमंत्री हूं और मुझे जो सौभाग्य मिला है, वह बहुत कम लोगों को मिला है। पीएम ने कहा कि मैं चार पीढ़ी से इस परिवार के साथ जुड़ा हूं और चारों पीढ़ी मेरे घर आई हैं।
“दाऊदी बोहरा समुदाय ने हमेशा खुद को खरा साबित किया”
पीएम मोदी ने यहां कहा कि कोई समुदाय, कोई संगठन या समाज की पहचान इस बात से होती है कि वो समय के अनुसार अपनी प्रसंगिकता को कितना कायम रखता है। समय के साथ परिवर्तन और विकास की इस कसौटी पर दाऊदी बोहरा समुदाय ने हमेशा खुद को खरा साबित किया है। अल जामिया-तुस-सैफियाह शिक्षा के महत्वपूर्ण स्थान इसका जीता जागता उदाहरण है।
“आज देश में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी खुल रही”
पीएम मोदी ने कहा, पानी की रक्षा के लिए बोहरा समाज जी जान से लगा है। विदेशों में भी बोहरा समाज के लोग मिलने आते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में बोहरा समाज का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि बोहरा मुस्लिमों के दिल में भारत के लिए प्रेम है। पीएम ने कहा कि मुस्लिम समाज का प्यार मुझे खींच लाता है। महिलाओं की शिक्षा के लिए भी बोहरा मुस्लिम समाज का अहम योगदान है। आज देश में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी खुल रही है।
“शिक्षा में बोहरा समाज के योगदान की अहमियत”
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आज़ादी के अमृत काल की यात्रा शुरू कर रहा है, तो शिक्षा के क्षेत्र में बोहरा समाज के इस योगदान की अहमियत बढ़ जाती है। जब आप मुंबई, सूरत जाएं तो दांडी जरूर जाइएगा। दांडी यात्रा गांधी जी की आज़ादी की लड़ाई में एक मोड़ था। नमक सत्याग्रह से पहले गांधी जी दांडी में आपके घर रुके थे।
ये भी पढ़ें-
मुंबई में बोले पीएम मोदी- दोनों वंदे भारत ट्रेनें वित्तीय केंद्रों को भक्ति के केंद्रों से जोड़ेंगी
इन्वेस्टर्स समिट में पीएम मोदी ने याद दिलाया UP का पुराना उपनाम ‘बीमारू’, जानिए क्या है इसका मतलब