भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भोपाल के एक मंदिर में अपने चार दिवसीय प्रवास को मंगलवार को समाप्त करने से ठीक पहले घोषणा की कि मध्यप्रदेश में नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली की अपनी मांग के समर्थन में वह ‘मधुशाला में गौशाला’ अभियान शुरू करेगी, जिसके तहत वह विशेष रूप से मंदिर एवं विद्यालयों के आसपास वाली मधुशालाओं को गौशालाओं में बदलेगी।
उमा भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के पीछे शराब एक कारण है। पूर्ण शराबबंदी का समर्थन करने वाली भारती लंबे समय से नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश की शराब नीति में बदलाव कर नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू करने की मांग कर रही हैं। भारती शनिवार दोपहर भोपाल के अयोध्या नगर चौराहे में स्थित एक मंदिर पहुंचीं और उन्होंने घोषणा की कि वह 31 जनवरी को राज्य सरकार की नयी शराब नीति के ऐलान के इंतजार में अगले तीन दिन तक इसी मंदिर में रहेंगी और वहीं बैठकर घोषणा को सुनेंगी।
शराब की दुकानों को गौशालाओं में बदलना शुरू कर दूंगी – उमा भारती
उन्होंने मंगलवार को मंदिर में अपना चार दिवसीय प्रवास समाप्त किया, लेकिन राज्य सरकार ने अपनी शराब नीति की घोषणा आज नहीं की। उमा भारती ने कहा कि प्रदेश के निवाड़ी जिले स्थित ओरछा के ठीक मुहाने पर राम राजा सरकार के प्रवेश द्वार के ठीक पहले शराब की जो दुकान है, वह अवैध है और विधि विभाग की भूल से उसे अदालत से स्थगन मिल गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बुधवार शाम को ओरछा पहुंचूंगी और इसलिए मैं परसों (बृहस्पतिवार को) मधुशाला को गौशाला में बदल देना चाहती हूं। यह एक उदाहरण होगा। बाकी मैं नयी शराब नीति की प्रतीक्षा करूंगी।’’ उन्होंने कहा कि शराब नीति का इंतजार किए बिना वह नियमों का उल्लंघन कर चल रही शराब की दुकानों को गौशालाओं में बदलना शुरू कर देंगी।
ओरछा में शराब की दुन्कान पर बाधेंगे 11 गाय, देखती हूँ कौन रोकता है- उमा भारती
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि उन्होंने लोगों से 11 गायों की व्यवस्था करने को कहा है, जिन्हें ओरछा में शराब की दुकान पर बांधा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं, कौन मुझे रोकने की हिम्मत करता है? इन गायों को खिलाएंगे और शराब की दुकान पर उनके लिए पानी की व्यवस्था भी करेंगे।’’ भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में शराब नहीं बह सकती, यहां दूध बहेगा और ओरछा की यह घटना इसी का सूचक होगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के पीछे शराब एक कारण है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रदेश में भय, असुरक्षा एवं बीमारियों सबका कारण मुख्य रूप से शराब बनती जा रही है।
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