पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के शीर्ष नेता भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। रविवार शाम पटना लौटने के बाद कुशवाहा ने कहा कि वह बीमार थे, उन्हें एम्स-दिल्ली में भर्ती कराया गया था, लेकिन अब ठीक हैं। उन्होंने कहा, “मैं एम्स-दिल्ली में भर्ती था और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता मुझसे मिलने आए। यह सही बात है कि कुछ भाजपा नेता एम्स-दिल्ली आए और मुझसे मिले, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहा हूं। इसकी गलत व्याख्या की गई और पटना में अफवाहें फैलाई गईं।”
कुशवाहा ने दावा किया, “मेरी पार्टी के बड़े नेता भाजपा नेताओं के प्रति सख्त हैं।” उनका इशारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह की ओर था, जिनके पास कुशवाहा की तुलना में जदयू में उच्च पद हैं।” उन्होंने दावा किया, “अगर आप आधिकारिक तौर पर पूछेंगे तो जदयू के नेता भाजपा के खिलाफ बयान देंगे, लेकिन अगर आप व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे तो वे भाजपा के प्रति सकारात्मक रुख अपनाएंगे।”
कुशवाहा को लेकर नीतीश ने कही ये बात
बता दें कि कुशवाहा को जब एम्स-दिल्ली में भर्ती कराया गया था और भाजपा के कुछ नेता उनसे मिले थे, तो नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा था कि वह पहले दो से तीन बार जदयू में शामिल हुए और छोड़े। उन्होंने कहा था, “अगर उन्हें कोई चिंता है तो वह आकर मुझसे बात कर सकते हैं।”
‘जदयू बीमार है, उसे इलाज की जरूरत’
उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कुशवाहा ने कहा, “जब मैं दो या तीन बार पार्टी में शामिल हुआ या छोड़ा, तो यह चर्चा का विषय बन गया लेकिन पूरी पार्टी का क्या हुआ, जिसने बीजेपी के साथ गठबंधन किया और दो-तीन बार इसे तोड़ दिया।” उन्होंने कहा, “जदयू इस समय बीमार है और उसे इलाज की जरूरत है। इलाज तभी होगा, जब नेता यह स्वीकार करेंगे कि पार्टी बीमार है। इस समय कोई भी इसे स्वीकार नहीं करता है, लेकिन मामले की सच्चाई यह है कि पार्टी कमजोर और बीमार है। मैं जदयू में हूं और मैं इलाज करूंगा।”