भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले दोनों मुकाबले जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली है। कीवी टीम के खिलाफ टीम इंडिया की घर पर यह लगातार 7वीं सीरीज जीत है। वहीं इससे पहले टीम इंडिया ने श्रीलंका को भी 3-0 से हराकर वनडे सीरीज अपने नाम की थी। इन सबके बीच टीम इंडिया की बेहतरीन बल्लेबाजी चर्चा का सबसे बड़ा विषय रही है। वहीं भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का बदला हुआ अंदाज भी काफी सुर्खियां बटोर रहा है। लेकिन हर किसी को इंतजार इस बात का है कि रोहित तीन साल से जारी शतक के सूखे को कब खत्म करेंगे। रोहित शर्मा ने अपना आखिरी वनडे शतक जनवरी 2020 में लगाया था। इसको लेकर रोहित ने खुद अब अपनी चुप्पी तोड़ दी है।
रोहित शर्मा ने रायपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा वनडे मैच और सीरीज जीतने के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में बातचीत की। इसी बीच जब शतक के सूखे को लेकर सवाल किया गया तो भारतीय कप्तान ने कहा कि, वह अपनी बल्लेबाजी से काफी संतुष्ट हैं और हाल के दिनों में अपने बल्ले से बड़े शतकों की कमी से चिंतित नहीं हैं। आपको बता देंकि एकदिवसीय मैचों में तीन दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने आखिरी बार जनवरी 2020 में वनडे सेंचुरी लगाई थी। पहले जहां अर्धशतक के बाद चुटकियों में शतक तक पहुंचने वाले रोहित इस दौरान ऐसा करने में नाकामयाब दिखे हैं।
मैं अब अपने खेल को बदल रहा हूं…
शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में भी उन्होंने 50 गेंदों में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 51 रन की शानदार पारी खेली लेकिन फिर अपना विकेट गंवा बैठे। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में भी उन्होंने 83 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी लेकिन वहां भी वह शतक नहीं बना पाए थे। पर पिछली दो सीरीज से उनका अंदाज बदला हुआ नजर आ रहा है। इसी को लेकर रोहित ने रायपुर वनडे के बाद कहा कि, मैं अब अपने खेल को थोड़ा बदलने की कोशिश कर रहा हूं, गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाने की कोशिश कर रहा हूं और मुझे लगता है कि गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करना जरूरी है। मुझे पता है कि बड़े स्कोर नहीं आए हैं, लेकिन मैं इसके बारे में बहुत चिंतित नहीं हूं।
मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं…
भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि, मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं। मेरी सोच काफी स्पष्ठ है। मैं जिस तरह से खेल रहा हूं उससे खुश हूं। मुझे पता है कि जल्द ही एक बड़ा स्कोर बनने वाला है।’’ गौरतलब है कि इस साल के आखिर में भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर ही 50 ओवर के विश्व कप को खेलना है। रोहित ने कहा कि, टीम वर्ल्ड कप से पहले हर तरह की चीजें (प्रयोग) करना चाहती है। रायपुर वनडे में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था। इसे लेकर भी रोहित ने कहा कि, मुझे लगा कि पिछले पांच मैचों में गेंदबाजों ने वास्तव में जिम्मेदारी उठाई है। हमने उनसे जैसा भी कहा उन्होंने वैसा ही किया। खासकर भारत में ऐसा करना मुश्किल है। आप विदेशों में ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद करते है लेकिन भारत में ऐसे प्रदर्शन के लिए वास्तविक कौशल की जरूरत है।
अगर प्रदर्शन की बात करें तो श्रीलंका सीरीज और अब न्यूजीलैंड सीरीज, दोनों मौकों पर भारतीय बल्लेबाजों ने तो जलवा बिखेरा ही है। वहीं गेंदबाजों ने भी दमदार प्रदर्शन किया है। मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी की जोड़ी लगातार विरोधी टीम को धराशायी करने में कामयाब हो रही है। वहीं कुलदीप यादव स्पिन डिपार्टमेंट की बागडोर भली भांती संभाल रहे हैं। वहीं हार्दिक पंड्या भी अहम मौकों पर उपयोगी साबित हो रहे हैं। हैदराबाद वनडे में हार्दिक का महत्वपूर्ण 49वां ओवर और रायपुर वनडे में विकेट लेने के साथ किफायती गेंदबाजी टीम इंडिया के लिए प्लस पॉइंट साबित हो रही है।