नेपाल में रविवार सुबह हुआ विमान हादसे से हर कोई विचलित है। विमान में सवार सभी 68 यात्रियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इस विमान हादसे में कई परिवार, कई उम्मीदें और कई सपने जलकर खाक हो गए। इस विमान में 4 सदस्यों का चालक दल भी सवार था। इन्हीं में से एक को पायलट अंजू भी थीं, जिनका सपना मात्र दस सेकेंड की दुरी पर विमान की आग में जलकर राख के ढेर में मिल गया।
सीनियर पायलट और प्रशिक्षक कमल केसी के साथ उडान पर गईं थीं
दुर्घटनाग्रस्त विमान की को पायलट अंजू खतिवडा की बतौर को पायलट यह आखिरी उड़ान थी। आज अगर यह विमान सुरक्षित लैंड हो जाता तो उनका प्रमोशन होकर उन्हें कैप्टन बना दिया जाता। कैप्टन बनने के लिए वो सीनियर पायलट और प्रशिक्षक कमल केसी के साथ उडान पर गईं थीं। बता दें कि पायलट बनने के लिए कम से कम 100 आवर्स का फ्लाईंग अनुभव चाहिए। को पायलट अंजू ने इससे पहले भी नेपाल के लगभग सभी एयरपोर्ट्स पर सफ़लतापूर्वक लैंडिंग कराई थी।
अगर आज हो जाती सफल लैंडिंग तो बन जाती कैप्टन
आज पोखरा के लिए उड़ान भरते समय कैप्टन केसी ने मुख्य पायलट की सीट पर उन्हें बिठाया था। आज सफल लैंडिंग के बाद अंजू को मुख्य पायलट का लाईसेंस मिलने वाला था लेकिन दुर्भाग्य कि वो अपने सपने से महज 10 सेकेंड की दूरी पर ही सारे सपने और अरमान धुंआ में मिल गया। इस विमान के कैप्टन केसी का बतौर पायलट 35 साल का अनुभव था। केसी ने पहले भी कई पायलटों को ट्रेनिंग दी रही और उनके द्वारा ट्रेंड पायलट आज सफल पायलट के रूप में जाने जाते हैं।