भरतपुर-भिवानी हत्याकांड में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मुस्लिम समुदाय का गुस्सा फूटा। भरतपुर की एक मस्जिद में गहलोत के खिलाफ नारेबाजी हुई। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत नासिर और जुनैद के परिजनों से मिलने पहुंचे तो उनके खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी शुरू हो गई। हालांकि, गहलोत ने इस दौरान नासिर और जुनैद के परिजनों को पांच-पांच लाख के मुआवजे का ऐलान किया, लेकिन देर से पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने पर ओवैसी ने गहलोत को घेर लिया।
गहलोत के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कल्पना भी नहीं की होगी कि उन्हें अपने ही सूबे के एक इलाके में इस तरह के नारे सुनने पड़ेंगे। अशोक गहलोत भिवानी डबल मर्डर के पीड़ित परिवारों से मिलने भरतपुर पहुंचे थे, लेकिन उसी दौरान वहां की मस्जिद के पास गहलोत के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी हुई। अशोक गहलोत जिस वक्त नासिर और जुनैद के परिजनों से मुलाकात कर रहे थे उस वक्त भरतपुर की मस्जिद के बाहर हजारों मुसलमान विरोध प्रदर्शन के लिए खड़े हो गए।
केस पर ध्यान नहीं देने का लगाया आरोप
मुस्लिम समुदाय के लोग गहलोत पर नाकामी का आरोप लगाने लगे। दावा किया गया कि गहलोत सरकार इस केस पर ध्यान नहीं दे रही है। पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की कोशिश नहीं हो रही है। विरोध के सुर जैसे ही गहलोत के कानों तक पहुंची, तो वो एक्शन में आ गए। नासिर और जुनैद के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता का ऐलान कर दिया। इतना ही नहीं गहलोत ने ये भी कह दिया कि हत्यारों को फांसी होनी चाहिए।
सीएम ने इंसाफ का भरोसा भी दिलाया था
वैसे ये पहला मौका नहीं है जब गहलोत ने भिवानी डबल मर्डर के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है। इससे पहले वो 21 फरवरी को भी पीड़ित परिवार से मिले थे और उन्हें इंसाफ का भरोसा भी दिलाया था। एक दिन पहले मुलाकात के दौरान गहलोत ने मुआवजे का ऐलान भी किया, लेकिन असदुद्दीन ओवैसी को गहलोत की बात ठीक नहीं लगी। ओवैसी ने गहलोत सरकार पर लापरवाही का भी आरोप लगाया। नासिर और जुनैद की हत्या के कई आरोपी अभी भी फरार हैं, जिन्हें देखते हुए भरतपुर में अब राजस्थान सरकार के खिलाफ आक्रोश गहराता जा रहा है।
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