नई दिल्ली: पंजाब में पिछले कुछ दिनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। राज्य में रह-रहकर एकबार फिर से आतंकवाद के सिर उठाने का खतरा जताया जा रहा है। खालिस्तानी सोच का अमृतपाल सिंह घूम-घूमकर लोगों को भड़का रहा है। उसके पहनने, बोलने और अन्य क्रियाकलापों से लोग उसे दूसरा भिंडरावाला कह रहे हैं। वह सच में भिंडरावाला जैसी कोई हरकत न कर बैठे इसके लिए सरकार सतर्क हो गई है। आज राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दिल्ली में मुलाकात की और सरकार से मदद की अपील की। इसके बाद केंद्र ने पंजाब में कानून व्यवस्था के मद्देनजर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 50 टुकडियां भेजी हैं।
अमृतसर में 15 से 17 मार्च तक होंगे जी-20 सम्मिट के कार्यक्रम
बताया जा रहा है कि पंजाब के अमृतसर में 15 से 17 मार्च को होने जा रहे जी-20 सम्मिट कार्यक्रमों और हाल ही में हुई पंजाब में कानून-व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं के मद्देनजर पंजाब सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार के द्वारा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 50 दुकड़िया पंजाब में भेजी जा रही हैं। ये टुकड़ियां 6 मार्च को पंजाब पहुंचेगी और जी-20 सम्मिट के अमृतसर में होने वाले कार्यक्रमों के बाद वापस लौट जाएंगी। मीडिया में आई जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की 10, आरपीएफ की 8, बीएसएफ की 12, आइटीबीपी की 10, और एसएसबी की 10 टुकड़ियों पंजाब भेजी हैं।
भगवंत मान ने की थी अमित शाह से मुलाकात
वहीं इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को यहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और राज्य की कानून-व्यवस्था पर उनके साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियां कानून-व्यवस्था से जुड़े सभी मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशेष दंगा-रोधी इकाई के लगभग 1,900 कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए राज्य में भेजा जा रहा है।