बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले टीपू सुल्तान पर विवाद के बीच बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल के बयान से नया विवाद शुरू हो गया है। विजयपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने मुसलमानों की तुलना टीपू सुल्तान से कर दी। इतना ही नहीं बसनगौड़ा ने लोगों से मुस्लिम नेताओं को वोट ना देने को भी कहा। बसनगौड़ा पाटिल ने कहा, मुझसे विधायक पूछते हैं कि आपके निर्वाचन क्षेत्र में एक लाख टीपू सुल्तान हैं फिर बीजापुर से शिवाजी महाराज के वंशज कैसे जीते?
बीजेपी विधायक ने कहा, ”सभी विधायक मुझसे पूछते हैं कि आपके इलाके में तो एक लाख से ज्यादा टीपू सुल्तान (मुस्लिम वोट) हैं। आप शिवाजी महाराज के वंशज बीजापुर से कैसे जीत रहे हैं। बीजापुर में कभी भी टीपू सुल्तान के वंशज नहीं जीत सकते। यहां सिर्फ शिवाजी महाराज के भगवा ध्वज वाले ही जीतेंगे हैं कि नहीं। याद रखना आप लोगों को मुसलमानों को वोट नहीं देना है।”
कर्नाटक में भी मुस्लिम वोट सियासी दलों के लिए कितना जरूरी है?
कर्नाटक में करीब 13 फीसदी मुसलमान हैं। विधानसभा की 20 से 23 सीटों पर मुस्लिम वोट का बहुत ज्यादा अहम हैं। वहीं 60 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोटर अपना प्रभाव रखते हैं। सत्ता में आने के लिए मुस्लिम बहुल सीट पर जीत बेहद जरूरी मानी जाती है। इस समय विधानसभा में सिर्फ 7 मुस्लिम विधायक हैं और सभी कांग्रेस के हैं।
कर्नाटक में मुस्लिम वोट
- मुस्लिम आबादी करीब 13 फीसदी
- 20 से 23 सीट पर मुस्लिम वोट अहम
- 60 सीटों पर मुस्लिम वोट का प्रभाव
- विधानसभा में सिर्फ 7 मुस्लिम विधायक
‘टीपू सुल्तान के चाहने वालों को जिंदा नहीं रहना चाहिए’
आपको बता दें कि इससे पहले कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष नलिन कुमार काटिल ने भी टीपू सुल्तान को लेकर कुछ ऐसी ही बयान दिया था। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान के चाहने वालों को जिंदा नहीं रहना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने टीपू सुल्तान के वंशजों को भी जंगल में भेजने की बात कही थी।