नई दिल्लीः बांग्लादेश के बाद इटली के दक्षिणी तट के निकट एक नौका डूबने की घटना से हड़कंप मच गया है। इस नौका दुर्घटना में 30 प्रवासियों की मौत हो गई है। राहत और बचाव दलों (शव तटरक्षकों) ने मृतकों के शव बरामद कर लिए हैं। सरकारी रेडियो ‘आरआईए’ ने इटली के कैलेब्रिया प्रायद्वीप के तटीय शहर क्रोटोन के निकट बंदरगाह अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि सुबह के समय जब लोनियाल समुद्र में नौका दुर्घटनाग्रस्त हुई। इस दौरान नाव में 100 से अधिक लोग सवार थे। बचाव कार्यों में जुटे दमकलकर्मियों के प्रवक्ता लूका कारी ने कहा कि करीब 40 यात्री जीवित मिले हैं। रेडियो की खबर के अनुसार, बचाव कार्य अभी जारी है। मरने की वालों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। नाव दुर्घटनाग्रस्त क्यों हुई, इसका पता लगाया जा रहा है। इससे पहले बांग्लादेश की शिप कोलकाता के पास हुगली नदी में डूब गई थी, हालांकि भारत ने उस पर सवार चालक दल को जिंदा बचा लिया था।
इस दौरान भारत दुनिया भर में संकटों का सबसे बड़ा साथी बन गया है। मानवता की मदद के लिए अपनी त्वरित कार्रवाइयों के चलते देश की साख विश्व स्तर पर बढ़ रही है। हाल ही में तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में तात्कालिक मदद करके भारत पूरी दुनिया का दिल जीत लिया। अब एक बार फिर अपने पड़ोसी की मदद करके हिंदुस्तान ने मानवता की बड़ी अलख जगाई है। यह पड़ोसी कोई और नहीं, बल्कि बांग्लादेश है। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश का एक मालवाहक पोत हुगली नदी में अचानक डूब गया। उसमें चालक दल के 9 सदस्यों की जान मुश्किल में आ गई, मगर इसकी जानकारी होते ही भारतीय सुरक्षा दलों ने मौके पर पहुंचकर उनकी जान बचा ली। इसके बाद उन सबको स्वदेश भेजे जाने की कार्रवाई शुरू कर दी।
नौकायन मार्ग पर नहीं था पोत
जानकारी के अनुसार फ्लाई ऐश लेकर स्वदेश लौट रहा बांग्लादेश का मालवाहक पोत एक दूसरे पोत से टकराने के बाद हुगली नदी में डूब गया। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना कोलकाता से करीब 60 किलोमीटर दूर दक्षिण 24 परगना जिले के निश्चिंतपुर में शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात हुई। अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने पर मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पहुंचने के बाद पोत पर सवार चालक दल के नौ सदस्यों को बचाया गया। पुलिस ने बताया कि बाद में चालक दल के सदस्यों को पुलिस थाने लाया गया। पोत के प्रतिनिधि ने बताया कि पोत का एक हिस्सा डूब गया था और पानी तेजी से इंजन कक्ष में भर रहा था। उन्होंने कहा कि पोत को अब भी बचाया जा सकता है। आईडब्ल्यूएआई के अधिकारी ने बताया कि कोलकाता बंदरगाह पर पोतों की आवाजाही इस हादसे से प्रभावित नहीं हुई है क्योंकि दुर्घटनाग्रस्त मालवाहक पोत उस समय नौकायन मार्ग पर नहीं था।
यह भी पढ़ें…
भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए को हरी झंडी, दोनों देशों के वित्त मंत्रियों के बीच वार्ता में बनी सहमति
अमेरिका का खुलासा: यूक्रेन पर होगा बड़ा हमला, रूसी फाइटर जेट तैयार, बस पुतिन के आदेश का इंतजार