छतरपुर: बागेश्वर धाम के प्रमुख पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराष्ट्र की यात्रा पर जाने वाले हैं। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव के चैलेंज के बाद वह मुंबई में 2 दिन का दिव्य दरबार भी सजाने वाले हैं। इंडिया टीवी के संवाददाता अनुराग अमिताभ को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ‘बागेश्वर सरकार’ ने हिंदू राष्ट्र और गोकशी समेत कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि सड़कों पर गायों को मरता देखकर उन्हें काफी दुख होता है इसलिए हर हिंदू को कम से कम एक गाय जरूर पालनी चाहिए।
‘हमें धर्म प्रचार की स्वतंत्रता है’
बागेश्वर धाम के प्रमुख पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उन्हें धर्म प्रचार की स्वतंत्रता है और किसी में इतना दम नहीं कि उन्हें ऐसा करने से रोक सके। उन्होंने कहा है कि हिंदू राष्ट्र और सामाजिक समरसता के लिए वह बागेश्वर धाम से ओरछा तक की पदयात्रा निकाल रहे हैं और इस दौरान वह 15 से 20 किलोमीटर रोजाना चलेंगे। अपने परिजनों पर लग रहे आरोपों पर बागेश्वर सरकार ने कहा कि ये सब रास्ते के रोड़े हैं। उन्होंने कहा कि 18 और 19 मार्च को मुंबई में दिव्य दरबार लगेगा।
‘गोमाता को मरते देख दुख होता है’
सड़कों पर गायों की हालत के बारे में पूछे जाने पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सड़कों पर गोमाता को मरते देख दुख होता है। उन्होंने कहा कि हमने पूर्व में भी यात्रा की है, और अगर गोशाला का निर्माण नहीं हो पाता तो हर हिंदू कम से कम एक गाय तो रख ही सकता है। उन्होंने कहा कि गोमाता की जान लेना ठीक नहीं है, और भागवत में वर्णन है कि आततायी का वध ही धर्म है, हालांकि हम हिंसा के पक्ष में नहीं हैं।
‘बागेश्वर धाम से ओरछा तक पदयात्रा’
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जातिवाद को शून्य करने और सामाजिक समरसता को लाने के लिए वह बागेश्वर धाम से ओरछा तक पदयात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान वह 15-20 किलोमीटर रोज चलेंगे और जिसके अंदर जुनून होगा वह इस हिंदू राष्ट्र यज्ञ में आहुति देने जरूर आएंगे। तौकीर रजा के बयान कि ‘किसी के बाप में ताकत नहीं कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करे’ पर प्रतिक्रिया देते हुए शास्त्री ने कहा कि सबको अपना मुंह अपनी बात बोलने का अधिकार है और अगर हिंदुओं के बाप में ताकत होगी तो हिंदू राष्ट्र बनाकर रहेंगे।
‘हिंदुत्व को जातिवाद से खतरा है’
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जितना कैंसर से शरीर को खतरा है, कोरोना से फेफड़ों को खतरा है, सूर्य से उल्लू को खतरा है उतना ही हिंदुत्व को जातिवाद से खतरा है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शराबबंदी की बात और शराबबंदी का संकल्प बहुत बड़ा है और इस पर सरकार की अनुशंसा बहुत जरूरी है। डर लगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें कभी डर नहीं लगता है। उन्होंने कहा, ‘हमको केवल डर है अपने मां-बाप और गुरुदेव हनुमान जी से। अधर्म न हो जाए, किसी का बुरा न हो जाए, हम कोई पाप न कर दें। इसके अलावा किसी के बाप से नहीं डरते।’