मुंबई: उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने उन्हें मारने के लिए ठाणे के गैंगस्टर राजा ठाकुर को सुपारी दी है। संजय राउत के इस आरोप के बाद ठाणे पुलिस ने नाशिक जाकर उनका बयान भी दर्ज किया। वहीं, गैंगस्टर रविचंद ऊर्फ राजा ठाकुर ने इंडिया टीवी से बात करते हुए संजय राउत के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया।
‘शिंदे लोकप्रिय नेता हैं, उनके करीब कौन नहीं है?’
राजा ठाकुर ने इंडिया टीवी से कहा कि संजय राउत कुछ भी बोलते हैं। ठाकुर ने कहा, ‘वह मुझे गैंगस्टर और गुंडा बोल रहे हैं जबकि मैं एक व्यवसायी हूं और मेरा कंस्ट्रक्शन का बिजनेस है। बोल रहे हैं कि कॉन्ट्रैक्ट दिया है। BMC का कोई पेपर या नोटिस है जो बंट रहा है? बात करते हैं।’ एकनाथ शिंदे से अपनी करीबी के सवाल पर ठाकुर ने कहा कि वह तो सबके लोकप्रिय नेता हैं और कौन उनके करीब नहीं है। ठाकुर ने कहा कि मैं एक समाजसेवक हूं, और वह ठाणे के बड़े नेता थे, तो मैं उनके साथ हूं ही।
राजा ठाकुर ने संजय राउत के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
‘कौन कहता है कि मुझ पर हत्या का केस है?’
हत्या के केस में परोल पर बाहर होने के सवाल पर ठाकुर ने कहा, ‘कौन कहता है कि मुझ पर हत्या का केस है और मैं परोल पर बाहर हूं? मैं परोल पर बाहर नहीं हूं। जो हत्या का केस मुझ पर था, उसमें मुझे कोर्ट ने बरी किया है। यानी मैं तो इन मामलों में शामिल ही नहीं हुआ न। संजय राउत पता नहीं क्या-क्या बोलते है। इतने बड़े आदमी हैं, उनके खिलाफ क्या बोलूं। अभी आपके इंटरव्यू के बाद और कुछ नया लेकर बोलेंगे और आपके भी पीछे पड़ जायेंगे।’
‘मैं राउत के खिलाफ कानूनी तौर पर एक्शन लूंगा’
राउत के आरोपों पर आगे बोलते हुए ठाकुर ने कहा, ‘वह भांडुप में रहते हैं और मैं ठाणे में। मेरा उनका क्या लेना-देना। वह तो खुद गुंडे हैं। मैंने इसके लिए संजय राउत पर मानहानि का केस दर्ज करवाया है।’ राजा ठाकुर की पत्नी पूजा ठाकुर ने 22 फरवरी को संजय राउत के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करवाई है। ठाकुर ने आगे कहा, ‘मैं कानूनी तौर पर एक्शन लूंगा।’
किसकी हत्या में आया था राजा ठाकुर का नाम?
ठाणे बेलापुर रोड स्थित विटावा परिसर में जनवरी 2011 में दीपक पाटिल नाम के शख्स की हत्या हुई थी। उस हत्याकांड में राजा ठाकुर को आजीवन कारावास हुआ था और अप्रैल 2019 में वह जमानत पर बाहर आया था। विधानसभा चुनाव के दरान वह फरार हो गया था। उसे अक्टूबर 2019 में ठाणे क्राइम ब्रांच के एंटी-एक्सटॉर्शन सेल की टीम ने येऊर से गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसे फिर जमानत मिली थी। ठाणे कलवा और मुंब्रा इलाके में ठाकुर की तूती बोलती है। उसकी पत्नी ने शिवसेना से पार्षद का चुनाव लड़ा था और वह एकनाथ शिंदे और श्रीकांत शिंदे का करीबी है।