रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन अब रूस को हराने के लिए फाइनल प्लान पर काम कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो देशों से और भी अधिक हथियारों को सप्लाई करने की मांग की है साथ ही हथियारों की विशलिस्ट भी दी है। यूक्रेन की सेना का दावा है कि वे अपनी जमीन से रूस की सेना को भगा सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें नए हथियारों के लिए शस्त्रागार की आवश्यकता है। बता दें कि इस युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए नाटो के सदस्य देशों ने वॉर टैंक, बख्तरबंद वाहन, मिसाइल, तोप, गोला बारूद इत्यादि देने का ऐलान किया है। बावजूद इसके यूक्रेन सरकार को लगता है कि इन हथियारों की सहायता से रूस को हरा पाना मुश्किल है। ऐसे में यूक्रेन ने अब नाटो देशों को हथियारों की विशलिस्ट दे दी है।
विशलिस्ट वाले हथियार
यूक्रेन द्वारा नाटो के सदस्य देशों को दी गई विशलिस्ट में 500 टैंक, 200 युद्धक विमान, 1,000 तोपें, 1,000 ड्रोन और 300 मिसाइल लांचर की मांग की गई है। यूक्रेन का कहना है कि रूसी सैन्य आक्रमण का सामना करने के लिए उन्हें तत्काल इन हथियारों की आवश्यकता है। इस बीच अमेरिकी सरकार द्वारा यूक्रेनी सेना को एम1ए2 अब्राम टैंक, जर्मनी ने लैपर्ड-2 टैंक और ब्रिटेन ने चैलेंजर-2 टैंक देने का ऐलान किया गया है। वहीं नाटो देशों द्वारा 321 टैंक यूक्रेनी सेना के दिए जाएंगे। लेकिन लड़ाई अब लड़ाकू विमानों तक पहुंच चुकी है। ऐसे में अब यूक्रेन ने नाटो देशों से अत्याधुनिक लड़ाकू विमान देने की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा यूक्रेन को एफ-16 लड़ाकू विमान देने इनकार कर दिया गया है।
तत्काल चाहिए 200 लड़ाकू विमान
यूक्रेन चाहता है कि उसे दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान एफ-35, ब्रिटेन का यूरोफाइटर, टोर्नाडो, फ्रांस का राफेल और स्वीडन के साब का ग्रिपिन विमान दिया जाए ताकि वह रूस का मुकाबला कर सके। यूक्रेन का कहना है कि उनके पास सोवियत समय के पुरान लड़ाकू विमान है जो कि किसी काम के नहीं है। ऐसे में इन विमानों के स्थान पर 200 नए लड़ाकू विमानों की यूक्रेनी सेना को आवश्यकता होगी।
हथियारों की लगातार हो आपूर्ति
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग में रूस का मुकाबला करने के लिए यूक्रेन को निरंतर गोला बारूद, हथियारों, बख्तरबंद गाड़ियों की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता है। यूक्रेन सरकार का कहना है कि रूस के अंदर सप्लाई लाइन को बाधित किया जा सके इसके लिए लंबी दूरी तक मार करने वाली हथियारों की आवश्यकता है। वहीं अमेरिकी सरकार द्वारा पिछले दिन यूक्रेन को पेट्रियट मिसाइल देने की बात कही गई थी लेकिन अबतक यह मिसाइल यूक्रेन को नहीं दिया जा सका है।
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