पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के गोपालगंज में अपनी ‘जन सुराज’ पदयात्रा के दौरान एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हमने जनता दल यूनाइटेड को 17 सीटें दिलवाई थीं, और यह भी तय हुआ था कि चुनाव बाद भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ दिया जाएगा। कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास साथी रहे प्रशांत किशोर ने कहा कि हालांकि बीजेपी के चुनाव जीतने के बाद जेडीयू नेता ने प्लान बदल दिया।
‘नीतीश कुमार ने 3-3 बार लोगों को ठगा है’
नीतीश पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने 3-3 बार लोगों को ठगा है। उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले 2015 में छोड़कर भागे। इसके बाद हमने 2019 में 2 सांसदों वाले जेडीयू को एमपी का 17 सीट दिलवाया और बीजेपी को बिना लड़े 30 से घटाकर 17 कर दिया। उस समय पार्टी में हम दूसरे नंबर पर थे। तय हुआ था कि लोकसभा चुनाव के बाद हम बीजेपी का साथ छोड़ देंगे, लेकिन जब मोदी जीत कर आ गए तो नीतीश हमको ही समझाने लगे कि अभी मोदी की हवा लग रही है। बीजेपी में कुछ दिन और रुका जाए। यह दूसरा धोखा था।’
‘…और संसद में CAA-NRC के पक्ष में वोट कर दिया’
तीसरे धोखे के बारे में बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ‘तीसरा धोखा CAA-NRC को लेकर किया। पार्टी में तय हुआ था कि हम लोग इसके विरोध में हैं, और पार्लियामेंट में जाकर मोदी के पक्ष में यानी CAA-NRC के पक्ष में जाकर वोट कर दिए।’ प्रशांत किशोर ने इस दौरान जनता से पूछा कि अब आप ही लोग बताएं अब नीतीश कुमार पर कितना भरोसा करें? बता दें कि प्रशांत किशोर पिछले कुछ महीनों से लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। उन्होंने हाल ही में नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि मौजूदा हालात में उनका प्रधानमंत्री बनना तो दूर की बात, मुख्यमंत्री बने रहने पर भी संकट है।
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