पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) के संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी जब जब कमजोर हुई है, उनकी खोज हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर खास सलाहकारों से घिरे होने का आरोप लगाते हुए यह भी साफ कर दिया कि वे पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले हैं और पार्टी को बचाने की अंतिम लड़ाई लड़ेंगे।
पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार के कहे गए एक एक बात का जवाब देते हुए कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझसे बातचीत की शुरुआत नीतीश कुमार ने की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 2 साल में मुझे खुद से फोन नहीं किया, मैंने ही जब जरूरत हुई नीतीश कुमार से फोन कर बात की।
उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार
‘जब जब पार्टी कमजोर हुई तब मेरी खोज हुई’
उन्होंने नीतीश कुमार के ‘आए और गए’ बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी के अध्यक्ष से लेकर अधिकांश लोग आए और गए वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बनने के बाद भी कई लोग सत्तासुख के लिए आए हैं। नीतीश कुमार के साथ सत्ता में बैठे ज्यादातर लोग आए गए वाले हैं। ज्यादातर नेता समता पार्टी के दौर से उनके साथ आते जाते रहे, मैं ‘आए गए’ वालों में से नहीं हूं। कुशवाहा ने साफ लहजे में कहा कि मुख्यमंत्री अभी भी बुलाएंगे तो बात करने जाऊंगा। उन्होंने दावे के साथ यह भी कहा कि वे पार्टी में बुलाने पर ही आए हैं। जब जब पार्टी कमजोर हुई है तब उनकी खोज हुई है।
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‘बिहार को इस दौर के खौफनाक मंजर से निकालना है’
कुशवाहा ने पार्टी छोड़ने के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि बिहार को इस दौर के खौफनाक मंजर से निकालना है, इसके लिए करोड़ों लोगों के संघर्ष से पार्टी बनी है। उन्होंने कहा कि पार्टी बचाने के लिए अंतिम दम तक लड़ाई लडूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए यह भी कहा कि वे अपने विवेक से काम करें, नहीं तो जो पार्टी को हो रहे नुकसान की भरपाई करना मुश्किल हो जाएगा।